मधुमक्खी इंसान को काटते ही मर जाती है, आइये जानते है ऐसा क्यों होता है।

इंसान को डंक मारने से उसके इंटरनल वाल ऑर्गन और मसल्स पूरी तरह से टूट जाते है।

आइये अच्छे से इसके पीछे की वजह को जानते हैं।

मधुमखी डंक मारते ही एपिटॉक्सिन नाम का ज़हर अपने वेनोम सैक में से हमारे अंदर डालती है।

लेकिन दिक्कत तब होती है उसका ये डंक हमारी स्किन मोटी होने की वजह से स्किन में फस जाता है |

जैसे मधुमखी अपने आपको अलग करती है उसका एब्डोमेन टूट जाता है और उसका वेनोम सैक स्किन में ही रह जाता है।

इस सारे प्रोसेस में मसल्स सबसे अहम पार्ट है, मधुमक्खी की मोत के लिए।

मधुमक्खी के मर जाने के बाद भी उसका वेनोम सैक अब भी आपके अंदर है जो पंप कर रही है और वो आपको नुकसान करती है।

लेकिन ये बात भी आप समझ ले के अगर यही मधुमखी किसी इन्सेक्ट को काट ती तो वो नहीं मरती क्यों की।

 क्युकी इन्सेक्ट  की स्किन एक इंसान के तुलने में पतली होती है |